देश में लगातार बढ़ रही असहिष्णुता और अराजकता के माहौल में बिहार में महागठबंधन की अपार सफलता किसी पार्टी की कामयाबी नहीं है बल्कि ये एक विचारधारा की सफलता है..नफरत पर प्यार और भाईचारे की विजय है . इस कामयाबी का देश की राजनीती पर दूरगामी परभाव पड़ेगा.बिहार की अवाम ने फिर एक बार ये दिखा दिया की इस मुल्क का भविष्य धर्म्निर्पक्ष है और सांप्रदायिक शक्तिओं को नकारा जाता रहेगा ताकि देश अमन चैन के साथ तरक्की की तरफ बढे..
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nitish kumar laloo yadav after win |
उक्त बातें बिहार चुनाव के नतीजे के बाद सेक्युलर डेमोक्रेटिक फोरम के अध्यक्ष इंजिनियर निशात ने ग्रेविटी कोचिंग के प्रांगन में अपने सम्भोदन में कही.विदित हो की सेक्युलर डेमोक्रेटिक फोरम सामाजिक और राजनितिक मुद्दों पर चिंतन करने में लगातार प्रयतनशील है..इस बैठक में नौजवान राजनितिक चिन्तक जमशेद आलम,मानवाधिकार एक्टिविस्ट ओसामा हसन,चंद्रमणि विधायर्थी, भारत कुमार सहनी,राहुल कुमार,रमाशंकर सहनी,आरफीन हक़,ए.आई.कैफ़ी ने भी अपने विचार वयक्त किये.
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